Mahalakshmi Pooja : दीवाली के अवसर पर महालक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व है। यह पूजा धन, समृद्धि और खुशहाली की देवी महालक्ष्मी की आराधना के लिए की जाती है। मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी अपने भक्तों के घर आती हैं और उन्हें आशीर्वाद देती हैं।
महालक्ष्मी पूजा न केवल आर्थिक समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि यह मानसिक शांति और पारिवारिक सुख-शांति का भी आधार मानी जाती है।
महालक्ष्मी पूजा करने से पहले घर को स्वच्छ और सुंदर बनाया जाता है ताकि देवी लक्ष्मी का आगमन शुभ हो सके। इस दिन विशेष रूप से दीप जलाए जाते हैं, क्योंकि दीपक अंधकार को दूर कर प्रकाश फैलाते हैं, जो जीवन में सकारात्मकता लाने का प्रतीक होता है।
पूजा विधि में मां लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र को फूलों से सजाया जाता है और उनके सामने धूप-दीप जलाकर प्रार्थना की जाती है।
इसके साथ ही मिठाई, फल और अन्य नैवेद्य अर्पित किए जाते हैं। इस प्रक्रिया में परिवार के सभी सदस्य शामिल होते हैं, जिससे पारिवारिक एकता भी बढ़ती है।
Diwali Par Mahalakshmi Pooja ke Fayde दिवाली पर महालक्ष्मी पूजा के लाभ ?
अतः दीवाली पर महालक्ष्मी पूजा करना न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होता है, बल्कि यह आर्थिक उन्नति और पारिवारिक सुख-समृद्धि के लिए भी अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
आज दिवाली के इस पवित्र पर्व पर महालक्ष्मी पूजन Mahalakshmi Pooja की सरल किन्तु श्रेष्ठ तांत्रिक महालक्ष्मी मन्त्र देता हु जिससे प्रयोग दिवाली की रात्रि को करने से निश्चय ही आपके जीवन दरिद्र नाश होकर पुरे वर्ष धन धान्य और समृद्धि प्राप्त होती है क्यों की तंत्र में इतनी ताकत होती है कि आपके पुरे जीवन को परिवर्तित कर सकती है ।
Diwali Par Mahalakshmi Pooja Kaise Kare ? दिवाली पर महालक्ष्मी पूजा कैसे करे ?
दीपावली के दिन प्रातःकाल स्नानादि करके पूर्व की ओर मुख करके अपने सामने बाजोट पर चमकीला पीला वस्त्र बिछाकर थाली में शुद्ध केशर से —
ॐ श्रीमहालक्ष्मी नमः’ लिखें।
पीले पुष्प आदि का आसन लगाकर श्रीयंत्र, कुबेर यंत्र एवं कनकधारा यंत्र शुद्ध केसर से रंगकर स्थापित करें, फिर इन सभी की पूजा कर पीले पुष्प चढ़ाएं एवं धूप-दीप कर निम्न मंत्र का जाप स्फटिक माला से करें।
घर के अन्य व्यक्ति भी इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। स्त्रियां भी इस मंत्र का जाप कर सकती हैं। इस प्रकार अधिक-से-अधिक इस मंत्र का जाप हो सकेगा। अगले दिन प्रातः यंत्र दुकान के गल्ले में स्थापित कर दें। इस प्रयोग का चमत्कार आप दीपावली के पश्चात स्वयं देख सकते हैं।
श्रीमहालक्ष्मी पूजा मंत्र Mahalakshmi Pooja Mantra इस प्रकार है—
Shri Mahalakshmi Pooja Mantra
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय नव लक्ष्मी मम गृहे धन पूरय पूरय नमः ।
अब एक और दीपावली प्रयोग ( श्रीमहालक्ष्मी मंत्र Mahalakshmi Pooja Mantra ) प्रस्तुत है-
इस अखिल विश्व में कौन है जो श्री महालक्ष्मीजी की कृपा प्राप्त नहीं करना चाहता?
कौन है जो दारिद्रय को घर से दूर नहीं करना चाहता? कौन है जो साधन संपन्न नहीं बनना चाहता? इन सबके लिए अनिवार्य है कि अभाव को दूर किया जाए। लक्ष्मी के भाई अकाल को वहां से हटाया जाए तभी लक्ष्मी आ सकती है, क्योंकि दोनों एक साथ कहीं पर भी रुक नहीं सकते हैं।
इस प्रयोग में स्थापना के दिन प्रातः एक चौकी पर चमकीला पीला वस्त्र बिछाकर उस थाली में ‘श्री’ शुद्ध केसर से लिखकर पुष्प अर्पित कर श्रीयंत्र को स्थापित कर दें। केसर से ही श्रीयंत्र को रंगकर थाली में स्थापित कर लें ।
जल भरकर धनदा यंत्र का पूजन करें। फिर निम्न मंत्र को यथाशक्ति जितना अधिक हो सके जाप करें। घर के सभी व्यक्ति कर सकें तो सर्वश्रेष्ठ है ।
दरिद्रता निवारण के लिए यह श्री महालक्ष्मी का सर्वश्रेष्ठ मंत्र है। दीपावली के अगले दिन सभी सामग्री पीले वस्त्र में लपेटकर अपने घर में सुरक्षित रख लें।
इस महालक्ष्मी प्रयोग का चमत्कारिक प्रभाव आप स्वयं देखेंगे।
श्री महालक्ष्मी मंत्र ( Shri Mahalakshmi Pooja Vidhan Mantra ) इस प्रकार है-
ॐ सौभाग्य सूत्र वरदे, सुवर्ण मणि संयुक्तम् । कंठे बध्नामि देवेशि, सौभाग्यं देहि में सदां ।।
मैं आशा ही नहीं विश्वास करता हूं कि आप दीपावली पर इन तांत्रिक साधनाओं का उपयोग कर न केवल अपने वरन् परिजनों के जीवन को भी समृद्ध बनाएंगे।मैं आपके सुखी, संपन्न और दीर्घ जीवन की कामना करता हूं ।
स्मरण रखें दीपावली पर्व वर्ष में केवल एक बार आता है, लेकिन अगर हम इस प्रकार तंत्र साधना से युक्त होकर कर्मशील होकर दीपावली संपन्न करें तो पूरे वर्ष घर-परिवार में दीपावली जैसा वातावरण रह सकता है।
आशा करता हूं- इस दिवाली २०२४ से आप सभी का जीवन सुख समृद्धि से भरा रहे और माँ महालक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहे।
महालक्ष्मी कृपा अभिलाषी,
नीरव हींगु
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