Ganesh Chaturthi is a 10 Day Hindu festival that is celebrated all across India to mark the birth of lord Ganesha, the God of wisdom and new beginnings. It is one of the most popular festivals in India, and is also celebrated by Hindus around the world too.
When is Ganesh Chaturthi 2023?
This year Shri Ganesh Chaturthi will be celebrated on 19th September 2023 and Visarjan will be done on 28th September 2023.
Ganesha Yantra and Ganesha Mantra are a series of sacred sounds that are used to invoke the blessings of Ganesha. There are many different Ganesha mantras, but some of the most popular are:
Ganesh Yantra Mantra : गणेश जी का महामंत्र कौन सा है?
Om Gan Ganpate Namah
Om Ekadantay Vidmahe Vakratundaya Dhimahi Tanno Buddhi Prachodayat
Om Shri Ganeshaya Namah
What is Ganesh Yantra?
Ganesha Yantras are sacred light structures which are used to represent Ganesha. They are believed to have powerful spiritual energy that can help remove obstacles, promote success, and bring good fortune.
In today’s article we present the Yantra Sadhana of this Maha Mantra ‘Om Gan Ganpataye Namah’. A very few people can complete this sadhana, but those who have courage, curiosity and indomitable spirit to go on the hunt of success in life, they accomplish such a high level of sadhana in the life of the seeker.
Important Tips for Ganesh Yantra Sadhana
1) To use Ganesh Yantra, it is important to first clean it with water and then meditate with it for a few minutes.
You can also chant Ganesha mantra while meditating on the yantra.
2) Ganesh Chaturthi is a good time to chant Ganesh mantras and meditate on Ganesh Yantras. By doing this, you can get the blessings of Lord Ganesha and experience his grace and mercy.
3) Here are some suggestions for chanting Ganesha mantras and meditating on Ganesha Yantras:
4) Choose a quiet place where you will not be disturbed.
5) Sit in a comfortable position with your straight spine.
6) Close your eyes and concentrate on your breathing (while chanting the Ganesha mantra).
7) Start chanting Ganesha Mantra or keep yantra and then meditating on Ganesha Yantra.
8) When you’re done, take a few deep breaths and open your eyes.
9) During Ganesh Yantra Sadhana, the seeker should observe the vow of celibacy in mind, speech and action.
10) During these 10 Days Sadhana, take an oath of speaking truth and eating only pure vegetarian food.
11) If possible, cook your own food.
12) During Sadhana – Do not consume fish, spicy, avoided, stale food, thirst, garlic, black gram, alcohol, cigarette, tobacco etc.
Benefits of Ganesh Yantra Sadhana
1) By doing this Ganesh Yantra Sadhana, all the obstacles get destroyed and your life also gets progressed.
2) By using this Ganesh Yantra, Riddhi Siddhi reside in the house and family life becomes happy.
3) Sadhna of this Ganesh Yantra brings blessings of Lord Ganesha because this Ganesh Yantra is very dear to Lord Ganesha.
4) If this yantra is worn then such a seeker remains healthy and happy minded and is capable of taking all the right decisions.
5) If this amazing Ganesh Yantra is worn after doing Sadhana, then the seeker gets wealth and all the pending work gets completed.
Shri Ganesh Yantra Worship Siddhi Method
1) Do this ganesh yantra sadhana only on the night of Bhadra Krishna Paksha Chaturthi.
2) The seeker should worship Lord Ganesha as per Vedic method on the night of Bhadra Krishna Paksha Chaturthi.
3) Install the idol or picture of Shri Ganesh ji at the place of worship. After worship, write Ganesh Yantra 108 times with Ashtagandha on Bhojpatra.
4) After writing the Ganesh Yantra, collect all the Bhojpatra Yantras at one place.
5) After this, chant this great mantra – ‘Om Gan Ganpataye Namah’ five thousand times.
6) Now perform Aarti of Ganesh Yantra and close that room.
7) Then on the next morning, after getting purified by taking bath, show incense to the Yantra, offer flowers, Ganga water etc. with a pure heart.
8) At night, chant 5 thousand mantras again.
9) Keep doing this method until your 1.25 lakh chanting is completed. Perform Havan on the night when the chanting is completed.
10) After that, do the puja and immersion. Then, among those 108 yantra, wear one instrument on your body as an amulet and throw the remaining instruments in the river.
After doing the Sadhana in this way, the seeker starts seeing its charisma himself and he remains amazed and he will get all the benefits which are described in this Ganesh Yantra Sadhana.
In this Ganesh Utsav 2023, I wish you all a very Happy Ganesh Chaturthi and I hope that my readers will definitely benefit by doing this difficult but excellent Ganesh Yantra Sadhana.
Seeker for Shri Ganesha’s Blessings
गणेश चतुर्थी एक हिंदू त्योहार है जो ज्ञान और नई शुरुआत के देवता गणेश के जन्म का जश्न मनाता है। यह भारत में सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है, और दुनिया भर के हिंदुओं द्वारा भी मनाया जाता है।
इस वर्ष श्री गणेश चतुर्थी 19 सितंबर 2023 को आ रही है और विसर्जन 28 सितंबर 2023 को है।
गणेश यन्त्र और गणेश मंत्र पवित्र ध्वनियों की एक श्रृंखला है जिनका उपयोग गणेश के आशीर्वाद का आह्वान करने के लिए किया जाता है। कई अलग-अलग गणेश मंत्र हैं, लेकिन उनमें से कुछ सबसे लोकप्रिय हैं:
Ganesh Yantra and Mantra : भगवान का बीज मंत्र कौन सा है?
ॐ गं गणपतये नमः
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो बुद्धि प्रचोदयात्
ॐ श्री गणेशाय नमः
गणेश जी की पूजा करते समय कौन सा मंत्र बोले?
गणेश यंत्र पवित्र ज्योतिमयी स्वरूपा हैं जिनका उपयोग गणेश का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जाता है। माना जाता है कि उनके पास शक्तिशाली आध्यात्मिक ऊर्जा है जो बाधाओं को दूर करने, सफलता को बढ़ावा देने और अच्छी किस्मत लाने में मदद कर सकती है।
आज के लेख में हम इस महा मंत्र ॐ गं गणपतये नमः की यन्त्र साधना प्रस्तुत करते है । यह साधना विरले लोग ही पूरा कर सकते है पर जिसमे साहस हो, जीवन सफलता के शिकार पर जाने की जिज्ञासा और अदम्य भावना हो वह साधक की जीवन में ऐसे उच्च कोटि की साधना संपन्न करते हैं।
Ganesh Yantra Sadhana Sutra :गणेश यन्त्र साधना के लिए विशेष सूत्र
१) गणेश यंत्र का उपयोग करने के लिए जरूरी है कि पहले इसे पानी से साफ करें और फिर कुछ मिनट तक इसका ध्यान करें।
यंत्र पर ध्यान करते समय आप गणेश मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।
२) गणेश चतुर्थी गणेश मंत्रों का जाप और गणेश यंत्रों पर ध्यान करने का एक अच्छा समय है। ऐसा करके, आप गणेश जी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं और उनकी कृपा और कृपा का अनुभव कर सकते हैं।
३) गणेश मंत्रों का जाप और गणेश यंत्रों पर ध्यान करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
४) एक शांत जगह चुनें जहां आपको कोई परेशानी न हो।
५) अपनी रीढ़ सीधी करके आरामदायक स्थिति में बैठें।
६) अपनी आंखें बंद करें और अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।( जब गणेश मंत्र का जाप करे तब )
७) गणेश मंत्र का जाप या गणेश यंत्र का ध्यान करना शुरू करें।
८) जब आपका काम पूरा हो जाए, तो कुछ गहरी साँसें लें और अपनी आँखें खोलें।
९) गणेश यन्त्र साधना के दौरान साधक/साधिका को मन,वचन और कर्म से ब्रह्मचर्य व्रत धारण करे ।
१०) इस साधना के वक़्त सत्य वचन का व्रत ले और केवल सात्विक भोजन ग्रहण करे ।
११) संभव हो तो स्वयं ही अपना भोजन बनाये ।
१२) साधन के दौरान – मांस मछली, तीखा , तला हुआ, बासी भोजन, प्याज़ लहसुन, उड़द ,शराब, सिग्रेटे, तम्बाकू आदि का सेवन न करें।
Ganesh Yantra Sadhana : गणेश यन्त्र साधना के लाभ
१) इस गणेश यन्त्र साधना से आपको सर्व विध्नों का नाश हो जाता है और साथ ही जीवन में उन्नति भी होती है ।
२) इस गणेश यन्त्र प्रयोग से घर में रिद्धि सिद्धि का वास होता है और पारिवारिक जीवन सुखमय होता है ।
३) इस गणेश यन्त्र साधना से श्री गणेश की कृपा प्राप्त होती है क्योंकि यह गणेश यन्त्र भगवान गणेश को परम प्रिय है ।
४) इस यन्त्र को यदि धारण किया जाय तो ऐसा साधक स्वस्थ -प्रसन्न चित रहता है और सारे निर्णय लेने में सक्षम होता है ।
५) इस अद्भुत गणेश यन्त्र साधना करने के बाद यदि इस यन्त्र को धारण किया जाय, तो साधक को सम्पति प्राप्त होती है और सारे रुके हुए काम पूरे होते ही हैं।
Ganesh Yantra Pooja : श्री गणेश यन्त्र पूजन सिद्धि विधि
१) यह प्रयोग केवल भाद्र कृष्णापक्ष चतुर्थी की रात्रि में ही करें ।
२) साधक को चाहिए की वह भाद्र कृष्णापक्ष चतुर्थी की रात्रि में गणेश जी का विधि पूर्वक वैदिक पद्धति से करें ।
३) पूजन स्थल पर श्री गणेश जी की प्रतिमा या तस्वीर की स्थापना करें । पूजन के पश्चात भोजपत्र पर अष्टगंध से 108 बार गणेश यन्त्र लिखें ।
४) गणेश यन्त्र लिखने के बाद समस्त भोजपत्र यन्त्र को एक जगह एकत्र कर दें ।
५) इसके बाद पाँच हजार बार – ॐ गं गणपतये नमः महामन्त्र का जाप करें।
६) अब गणेश यंत्र की आरती कर उस कमरे को बंद कर दें ।
७) फिर दूसरे दिन प्रात: काल स्नानादि से पवित्र होकर यंत्र को धूप दिखावें, पुष्प गंगाजल आदि पवित्र हृदय से चढ़ावे ।
८) पुनः रात्रि होने पर फिर ५ हजार मंत्र जाप करें ।
९) यह विधि तब तक करते रहें जब तक कि आपका सवा लाख जप पूरा न हो जाये । जप जिस रात्रि में पूर्ण हो उस रात्रि में हवन करें।
१०) तत्पश्चात पूजन विसर्जन करें । फिर उस १०८ यंत्र में एक यंत्र अपने शरीर में ताबीज में डालकर धारण कर लें और बाकी यंत्र को नदी में बहा दें ।
इस प्रकार साधना करने के बाद साधक को इसका करिश्मा स्वयं दिखाई देने लगता है और वह अचम्भित रह जाता है और उसे वह सारे लाभ मिलेंगे जो इस गणेश यन्त्र साधना में वर्णित है ।
इस गणेश उत्सव २०२३ में आप सबको गणेश चतुर्थी की शुभ कामनायें और आशा रखता हूँ , मेरे पाठक इस गणेश चतुर्थी पर श्रेष्ठ गणेश यन्त्र साधना कर अवश्य लाभांवित होंगें ।
श्री गजानन कृपा अभिलाषी,
नीरव हींगु
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